Labels

Thursday 30 June 2011

"तुम"

चित्र गूगल से साभार
गए तुम 
मेरे जीवन में 
रंगों की ले रंगोली,
युग-युग से मैं 
प्यासी नदिया,
और हूँ मैं अकेली. 


पल-छिन जिनको 
देखा करती 
भांप लिया 
मन के तारों ने 
आँखों से मैंने 
देख लिया है 
तुम हो वही. 


धड़कन से मैंने 
सुन लिया है 
प्रिय हो तुम्हीं,
ह्रदय में मेरे 
गीतों की 
धुन भी तुम्हीं. 


देखा है मैंने
चाहा है मैंने
वही बिम्ब तुम्हीं
ख्वाब भी
जिसमें शरमा जाये
वही तुम कालजयी. 
********************
  

17 comments:

  1. देखा है मैंने
    चाहा है मैंने
    वही बिम्ब तुम्हीं
    ख्वाब भी
    जिसमें शरमा जाये
    वही तुम कालजयी.

    सुन्दर भावो को संजोया है अपनी रचना में ..

    ReplyDelete
  2. सुन्दर भाव.... सुन्दर रचना...
    सादर

    ReplyDelete
  3. चर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर आपकी प्रस्तुति मंगलवार 05 - 07 - 2011
    को ली गयी है ..नीचे दिए लिंक पर कृपया अपनी प्रतिक्रिया दे कर अपने सुझावों से अवगत कराएँ ...शुक्रिया ..

    साप्ताहिक काव्य मंच-- 53 ..चर्चा मंच 566

    ReplyDelete
  4. देखा है मैंने
    चाहा है मैंने
    वही बिम्ब तुम्हीं
    ख्वाब भी
    जिसमें शरमा जाये
    वही तुम कालजयी.

    Kya bat....Bahut sunder rachna

    ReplyDelete
  5. सुन्दर रचना.

    ReplyDelete
  6. आ गए तुम
    मेरे जीवन में
    रंगों की ले रंगोली,
    युग-युग से मैं
    प्यासी नदिया,
    और हूँ मैं अकेली.

    क्या कहने, कविता की शुरुआत तो बहुत ही अच्छी है।

    ReplyDelete
  7. सुन्दर भावपूर्ण अभिव्यक्ति!!

    ReplyDelete
  8. देखा है मैंने
    चाहा है मैंने
    वही बिम्ब तुम्हीं
    ख्वाब भी
    जिसमें शरमा जाये
    वही तुम कालजयी.

    बहुत खूब! भावों और शब्दों का सुन्दर संयोजन..

    ReplyDelete
  9. सुंदर अभिव्यक्ति के लियें
    आभार...

    ReplyDelete
  10. देखा है मैंने
    चाहा है मैंने
    वही बिम्ब तुम्हीं
    ख्वाब भी
    जिसमें शरमा जाये
    वही तुम कालजयी.
    ..बहुत सुंदर अभिव्यक्ति!

    ReplyDelete
  11. पल-छिन जिनको
    देखा करती
    भांप लिया
    मन के तारों ने
    आँखों से मैंने
    देख लिया है
    तुम हो वही.
    ....man kee ankhen apno ko door se hi dekh leti hai pahchan leti hai..
    AAp Raipur se hain yah jaankar bahut achha laga.. meri ek pakki saheli bhi bhopal se raipur transfer hokar gayee hai..bus aapka profile padhkar uski yaad aa gayee..
    bahut hi khoobsurat bhavpurn rachna...

    ReplyDelete
  12. बहुत ही सरलता से सुंदर भाव दर्शाए आप ने ..

    अभिनन्दन ............

    ReplyDelete